HRTC के नाहन डिपो में शराबी परिचालक की लापरवाही से यात्री की मौत, परिचालक सस्पेंड
हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) के नाहन डिपो में सेवाएं दे रहे एक परिचालक को निगम प्रबंधन ने सस्पेंड कर दिया है। यह कार्रवाई उस वक्त की गई जब परिचालक को शराब के नशे में ड्यूटी पर पाया गया। यह घटना नाहन डिपो के अंधेरी-चंडीगढ़ रूट की है, जहां परिचालक दौलत राम की लापरवाही के चलते एक यात्री की जान चली गई।
7 जनवरी की शाम, बस अपने निर्धारित रूट पर ददाहू से अंधेरी जा रही थी। अंधेरी पहुंचने पर चालक और परिचालक ने बस खड़ी कर दी और सोने चले गए। इस बस में संगड़ाह क्षेत्र का निवासी रमेश चंद भी सफर कर रहा था, जो अपने गंतव्य स्टेशन पर उतरने में असफल रहा और अंधेरी तक पहुंच गया।
अंधेरी पहुंचने के बाद, न तो परिचालक और न ही चालक को इस बात की भनक लगी कि बस में एक यात्री अभी भी सवार है। अगले दिन सुबह, जब बस अंधेरी से चंडीगढ़ के लिए रवाना हुई, तो अगले स्टेशन पर यह पाया गया कि रमेश चंद बस में अचेत अवस्था में है।
जब बस ददाहू पहुंची, तो रमेश चंद को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और निगम प्रबंधन हरकत में आया। बस के परिचालक दौलत राम का मेडिकल परीक्षण कराया गया, जिसमें यह पुष्टि हुई कि उसने शराब का सेवन किया था। इसके बाद निगम प्रबंधन ने उसे तुरंत सस्पेंड कर दिया।
HRTC के क्षेत्रीय प्रबंधक (RM) अंशित शर्मा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि सस्पेंड किए गए परिचालक का हेडक्वार्टर नाहन फिक्स कर दिया गया है। इस मामले की जांच अब विभागीय सेक्शन अधिकारी करेंगे, ताकि घटना की सभी परिस्थितियों का खुलासा हो सके।
HRTC ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। प्रबंधन का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना HRTC में यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। परिचालक और चालक की लापरवाही से एक निर्दोष यात्री की जान चली गई। इस मामले ने यह साबित किया है कि सार्वजनिक परिवहन में लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।
HRTC ने घटना की जांच पूरी होने के बाद दोषियों पर और भी कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। यात्रियों और परिवहन निगम को ऐसी घटनाओं से सीख लेते हुए अपनी व्यवस्था और निगरानी को मजबूत करने की आवश्यकता है।
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