आईटीआई छात्र ने फंदा लगाकर दी जान, वैल्डर कोर्स छोड़ हेयर कटिंग का काम करना चाहता था
झंडूता (बिलासपुर)।
पुलिस थाना झंडूता के अंतर्गत दाड़ी भाड़ी पंचायत के गांव रच्छेहडा में एक 18 वर्षीय आईटीआई छात्र द्वारा फंदा लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। मृतक की पहचान अभि शर्मा (18) पुत्र सुशील, निवासी दुलैहडी राजपूतां, डाकघर मंदली, तहसील बंगाणा, जिला ऊना के रूप में हुई है।
किराए के मकान में रह रहा था परिवार
मिली जानकारी के अनुसार, अभि अपनी मां और बहन के साथ गांव रच्छेहडा में किराए के मकान में रह रहा था। वह घुमारवीं में स्थित एक निजी आईटीआई में वैल्डर का कोर्स कर रहा था। बुधवार को जब वह घर लौटा, तो उसने परिजनों से कहा कि उसे वैल्डर का कोर्स नहीं करना है। उसने बताया कि वह हेयर कटिंग का काम करना चाहता है।
गुरुवार को लगाई फांसी
गुरुवार को अभि घर पर ही था। दोपहर बाद जब वह अपने कमरे में गया, तो उसने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। जब काफी देर तक अभि कमरे से बाहर नहीं निकला, तो परिजनों ने दरवाजा खटखटाया। कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर उन्होंने दरवाजा तोड़ा और अंदर देखा तो अभि फंदे से झूल रहा था।
पुलिस ने की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही झंडूता पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस थाना प्रभारी झंडूता जगदीश कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
मनोवैज्ञानिक दबाव हो सकता है वजह
परिजनों ने बताया कि अभि अपने भविष्य को लेकर असमंजस में था। उसने वैल्डर का कोर्स छोड़कर हेयर कटिंग के काम में रुचि दिखाई थी। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है कि आत्महत्या के पीछे कोई अन्य कारण तो नहीं है।
परिजनों और समाज के लिए संदेश
यह घटना समाज और परिजनों के लिए एक गंभीर संदेश है कि युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य और उनके करियर के प्रति उनकी रुचियों को समझना बहुत जरूरी है। युवा अकसर अपने सपनों और दबाव के बीच संघर्ष करते हैं, जो कभी-कभी दुखद परिणाम तक पहुंचता है। समाज और परिवार को चाहिए कि वे युवाओं के मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें और उनकी समस्याओं को समझने का प्रयास करें।
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