शिमला: तेंदुए के खौफ में जी रहे चौपाल क्षेत्र के लोग, पांच साल की बच्ची पर किया हमला
शिमला जिले के चौपाल उपमंडल क्षेत्र के गांवों में तेंदुए का आतंक लोगों के लिए बड़ा खतरा बन गया है। हाल ही में चंझाल पुल के पास, शाम साढ़े सात बजे के करीब, एक पांच साल की बच्ची पर तेंदुए ने हमला कर दिया। बच्ची का नाम अनुषा है और वह अपने परिवार के साथ बागीचे में मजदूरी का काम करने आई थी।
तेंदुए ने झाड़ियों से किया हमला
प्रकाश नेपाली, जो कि मजदूरी के लिए चौपाल आया हुआ है, अपनी पत्नी और बच्चों के साथ डेरे के अंदर बैठा था। इसी दौरान उसकी पांच साल की बेटी अनुषा बाहर निकल गई। झाड़ियों में छिपे तेंदुए ने मौके का फायदा उठाया और बच्ची को झाड़ियों की ओर खींच लिया। अनुषा की चीख सुनकर परिवार ने शोर मचाया, जिससे तेंदुआ बच्ची को घायल हालत में छोड़कर जंगल की ओर भाग गया।
अनुषा को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी पीठ और कंधे पर लगे तेंदुए के पंजों के घावों का इलाज किया। प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची को घर वापस भेज दिया गया है।
पहले भी बना चुका है शिकार
यह तेंदुआ क्षेत्र में पहले भी कई हमले कर चुका है। तीन साल पहले एक नेपाली लड़के की मौत तेंदुए के हमले में हुई थी, जबकि दो साल पहले एक और बच्चा शोर मचाकर अपनी जान बचाने में कामयाब हुआ था। इसके अलावा, तेंदुए ने कई पालतू जानवरों और कुत्तों को भी मार डाला है, जिससे ग्रामीणों के बीच खौफ का माहौल बना हुआ है।
ग्राम पंचायत की चिंता और वन विभाग का प्रयास
ग्राम पंचायत झिकनीपुल के प्रधान गोपाल चौहान ने बताया कि वन्य प्राणी विभाग ने पहले तेंदुए को पकड़ने के लिए ट्रैप लगाए थे, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली। तेंदुए की हालिया गतिविधियों ने ग्रामीणों में भय को और बढ़ा दिया है। स्थानीय पंचायत ने वन विभाग से तेंदुए को जल्द पकड़ने की मांग की है ताकि लोगों को सुरक्षित किया जा सके।
शाम के समय घरों से न निकलने की सलाह
चौपाल के वन मंडलाधिकारी जंगबीर सिंह दुल्टा ने लोगों से अपील की है कि वे शाम के बाद घरों से बाहर न निकलें और छोटे बच्चों का खास ध्यान रखें। उन्होंने बताया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए एक पिंजरा पहले ही लगाया गया था, और अब बच्ची पर हमले के बाद विभाग की टीम मौके पर भेजी गई है। टीम तेंदुए के आने-जाने के रास्तों का पता लगाएगी और जल्द ही दूसरा पिंजरा लगाया जाएगा।
ग्रामीणों में डर का माहौल
तेंदुए का खौफ ऐसा है कि ग्रामीण अब शाम ढलने के बाद अपने घरों से बाहर निकलने से कतराने लगे हैं। लोगों को डर है कि अगर जल्द ही तेंदुए को नहीं पकड़ा गया, तो भविष्य में कोई बड़ी घटना हो सकती है। वन विभाग को सक्रिय होकर इस समस्या का समाधान करना होगा ताकि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
---
सुझाव
वन विभाग के अधिकारियों ने लोगों को सतर्क रहने और शाम के समय अकेले बाहर न निकलने की सलाह दी है। ग्रामीणों ने इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की मांग की है, जिससे क्षेत्र में फिर से सुरक्षा का माहौल कायम हो सके।
0 Comments