हिमाचल सरकार ने छोटे बागवानों के लिए उठाए कदम: यूनिवर्सल कार्टन पर वजन लिखा जाएगा
शिमला: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने छोटे सेब बागवानों के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बागवानों की सुविधा के लिए यूनिवर्सल कार्टन लागू किया गया है और अगले वर्ष से इन पर वजन भी अंकित किया जाएगा। मुख्य
मंत्री ने यह बातें शनिवार को जिला शिमला के कोटखाई में आयोजित जनसभा में कहीं।
उन्होंने घोषणा की कि छैला-ओच्छघाट-कुमारहट्टी सड़क को 250 करोड़ रुपये की लागत से डबल लेन किया जाएगा और इसके लिए डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, मंडी मध्यस्थता योजना की 163 करोड़ रुपये की बकाया राशि भी क्लियर कर दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली आपदा के दौरान सरकार ने बागवानों के सेब और अन्य उत्पाद सड़ने नहीं दिए और उन्हें समय पर मंडियों तक पहुंचाया। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश के आपदा प्रभावितों के लिए विशेष पैकेज अब तक नहीं मिला है और पीडीएनए के 9,000 करोड़ रुपये जारी नहीं किए गए।
स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए भी सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 1,500 करोड़ रुपये की लागत से प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में आधुनिक मशीनें लगाई जाएंगी।
भाजपा पर हमला
मुख्यमंत्री ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में बिना बजट प्रावधान के 900 नए संस्थान खोल दिए गए, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर भारी बोझ पड़ा। उन्होंने कहा, "मैं भी 1,000 संस्थान खोलने की अधिसूचना जारी कर सकता हूं, लेकिन अगर इससे जनता को गुणात्मक सेवाएं नहीं मिलतीं तो यह उनके साथ धोखा होगा।"
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनी राम शांडिल ने भी भाजपा सरकार पर स्वास्थ्य सेवाओं की अनदेखी का आरोप लगाया। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने मुख्यमंत्री का जुब्बल-नावर-कोटखाई क्षेत्र में स्वागत करते हुए उनके इस क्षेत्र के प्रति भावनात्मक जुड़ाव को रेखांकित किया।
सरकार की इन योजनाओं और प्रयासों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचा मजबूत होने
की उम्मीद है।
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